Read this article in Hindi to learn about the reasons for the extension and contraction in the supply of commodities.

जब किसी वस्तु की केवल कीमत में परिवर्तन होने पर उसकी पूर्ति में परिवर्तन होता है तब उसे पूर्ति का विस्तार या पूर्ति का संकुचन कहते हैं ।

1. पूर्ति का विस्तार (Extension of Supply):

अन्य बातें समान रहने पर जब किसी वस्तु की कीमत बढ़ने के फलस्वरूप उसकी पूर्ति अधिक हो जाती है तो इस बढ़ती हुई पूर्ति को पूर्ति का विस्तार कहा जाता है । पूर्ति के विस्तार को रेखाचित्र 12 की सहायता से स्पष्ट किया गया है ।

2. पूर्ति का संकुचन (Contraction of Supply):

अन्य बातें समान रहने पर जब किसी वस्तु की कीमत के कम होने के फलस्वरूप उसकी पूर्ति कम हो जाती है तो पूर्ति में होने वाली कमी को पूर्ति का संकुचन कहते हैं । (चित्र 13)

पूर्ति में वृद्धि तथा पूर्ति में कमी (Increase and Decrease in Supply):

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जब किसी वस्तु की कीमत के अतिरिक्त दूसरे तत्वों; जैसे – आय, फैशन आदि में परिवर्तन होने के कारण उसकी पूर्ति में परिवर्तन होता है, तो उसे पूर्ति की वृद्धि या कमी कहते हैं ।

1. पूर्ति में वृद्धि (Increase in Supply):

वस्तु की कीमत समान रहने पर यदि किसी वस्तु की पूर्ति बढ़ जाती है अथवा कीमत कम होने पर पूर्ति समान रहती है तो दोनों ही परिस्थितियों के इस परिवर्तन को पूर्ति में वृद्धि कहा जाता है । (चित्र 14)

2. पूर्ति में कमी (Decrease in Supply):

वस्तु की कीमत समान रहने पर यदि किसी वस्तु की पूर्ति कम हो जाती है अथवा कीमत बढ़ने पर भी पूर्ति समान रहती है तो इस परिवर्तन को पूर्ति में कमी कहा जाता है । (चित्र 15)